CG BREAKING: भिलाई की पॉश कॉलोनी में सनसनी: रेलवे कर्मचारी के फ्लैट से मोबाइल, कंडोम, लड़की के बाल और रेल हादसों की कटिंग बरामद…….
भिलाई (छत्तीसगढ़): पॉश कॉलोनी चौहान ग्रीन वैली में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक रेलवे कर्मचारी के फ्लैट से भारी मात्रा में आपत्तिजनक और संदिग्ध सामग्री बरामद की गई। फ्लैट नंबर E6-37 में रहने वाला कमल किशोर नायक बिलासपुर रेलवे में ग्रेड 2 का कर्मचारी है। OLX पर एक दिन के लिए रूम किराए पर देने के बहाने वह संदिग्ध गतिविधियां चला रहा था।
संदिग्ध गतिविधियों की सूचना के बाद कॉलोनी के लोगों ने पुलिस को बुलाया।
ग्रीन वैली सोसाइटी के कार्य प्रभारी पीएसएन राव के अनुसार, उन्हें पिछले कुछ समय से इस फ्लैट में अजीब गतिविधियां नजर आ रही थीं। उन्होंने बताया कि आरोपी ने OLX पर विज्ञापन डाला था, जिसमें कपल्स के लिए एक दिन का रूम किराए पर देने की बात थी। कॉलोनी के ही दो युवकों ने ग्राहक बनकर फ्लैट की जांच की।
कमरे से बरामद हुआ चौंकाने वाला सामान
फ्लैट की तलाशी में पुलिस को 100 से अधिक पुराने मोबाइल फोन, उनकी बैटरियां, वायर, कई सिम कार्ड, ताले, ड्रिल मशीन, दर्जनों इस्तेमाल किए गए कंडोम, लड़की के बाल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले। साथ ही, कंप्यूटर और बड़ी संख्या में CD भी जब्त की गई। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि कमरे में एक रजिस्टर मिला जिसमें 1950 से लेकर अब तक के रेल हादसों की न्यूज कटिंग चिपकाई गई थीं, जिन पर आरोपी ने खुद की हैंडराइटिंग में नोट्स भी लिखे थे।
कमरे में बंद कर दिया गया कपल
जब OLX पर रूम बुकिंग की पुष्टि के लिए युवक-युवती वहां पहुंचे, तो कमरे को दिखाने के लिए एक 16 वर्षीय लड़के को रखा गया था, जो जोमैटो में भी काम करता है। शक होने पर उस लड़के ने कमल किशोर को फोन किया। कमल मौके पर पहुंचा और फिर दोनों को कमरे के अंदर बंद कर दिया। शोर सुनकर कॉलोनी के लोग इकट्ठा हुए और पुलिस को बुलाया गया।
मानसिक स्थिति पर सवाल, मगर पुलिस गंभीर जांच में जुटी
सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी अविवाहित है और मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत होता है। हालांकि, उसके मोबाइल से कई लड़कियों की तस्वीरें मिली हैं और फ्लैट में मिली चीजें इशारा करती हैं कि वह फ्लैट का इस्तेमाल अनैतिक या आपराधिक गतिविधियों के लिए भी कर सकता था।
शौकिया बताई गई हरकतें, मगर सवाल कायम
कमल किशोर का कहना है कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स का डिप्लोमा कर चुका है और पावर बैंक बनाने के लिए पुराने मोबाइल और बैटरियां इकट्ठा करता था। ताले उसने इसलिए खरीदे क्योंकि उसे रेलवे की ओर से समय-समय पर सरकारी क्वार्टर मिले थे। लेकिन पुलिस इन दावों को जांच के बाद ही स्वीकार करेगी।
बैचलर्स पर भी उठे सवाल
कॉलोनी की निवासिनी निर्मला ने कहा कि इस घटना ने पूरे मोहल्ले में डर का माहौल बना दिया है। उन्होंने मांग की कि कॉलोनी में रहने वाले सभी बैचलर युवकों और युवतियों की पुलिस द्वारा जांच की जानी चाहिए।
पुलिस जांच जारी
फिलहाल पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और जब्त किए गए सभी सामानों की जांच की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिरकार इन चीजों का इस्तेमाल किस मकसद से किया जा रहा था।