छत्तीसगढ़ में समय से पहले मानसून की दस्तक, दंतेवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी…..
रायपुर, 29 मई। छत्तीसगढ़ में आज 16 वर्ष में पहली बार मानसून समय पूर्व दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा में दस्तक दे दिया है। मानसून के दस्तक देने के साथ ही अब छग में कृषि कार्य में तेजी आ रही है। किसानों ने समितियों से खाद और बीज का उठाव शुरू कर दिया है।
राजधानी में बरसात होते ही अब विद्युत की आंख मिचौली तथा नालों की साफ सफाई नहीं होने के कारण यहां पर सर्वत्र गंदगी फैल गई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक ने बताया कि दक्षिण छग में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। नगर निगम ने नालों की साफ सफाई शुरू कर दी है। प्रदेश के कई स्थानों पर भारी वर्षों के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रा ने बताया कि देश में पहले मानसून केरल पहुंच चुका है यह पहला अवसर है कि जब मानसून समय पूर्व पहुंच गया है। जिसके कारण अब छग में भी मानसून समय पूर्व आ गया है। उन्होंने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में उत्तर पूर्व के बचे हुए राज्य, छत्तीसगढ़ के कुछ और भाग, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के कुछ भाग, और सिक्किम में पहुंचने की संभावना है। एक चिन्हित कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, उड़ीसा तट से दूर स्थित है। इसके साथ उपरि हथा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है तथा यह ऊंचाई के साथ दक्षिण दिशा में झुका हुआ है। इसके धीरे-धीरे उत्तर की ओर आगे बढ़ते हुए और प्रबल होकर अवदाब के रूप में उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल में 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 70 डिग्री पूर्व और 30 डिग्री उत्तर में स्थित है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि एक द्रोणिका पश्चिमी राजस्थान से उत्तर छत्तीसगढ़ तक पूर्वी राजस्थान मध्य प्रदेश होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक विंडशिपर जोन 17 डिग्री उत्तर में 3.1 कमी से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है तथा यह ऊंचाई के साथ दक्षिण दिशा में झुका हुआ है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभ महल में 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 55 डिग्री पूर्व और 32 डिग्री उत्तर में स्थित है। प्रदेश में कल दिनांक 29 में को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथता गरज चमक के साथ छींटे पढ़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने, अंधड़ चलने और वज्रपात होने की संभावना है। प्रदेश में भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।