CG BREAKING: छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला: CR सिस्टम में बदलाव, अब डिजिटल होगी मूल्यांकन प्रक्रिया
छत्तीसगढ़ के शासकीय सेवकों (अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को छोड़कर) के कामकाज को लेकर तैयार होने वाली उनकी गोपनीय चरित्रावली बनाने के पैटर्न में सरकार ने महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने नए निर्देश जारी किए हैं। खास बात ये है कि, अब से पहले सीआर का श्रेणीकरण क, ख, ग के आधार पर तैयार होता था। अब इसमें बदलाव के बाद संख्यात्मक श्रेणी में इसे लिखा जाएगा।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन लिखे जाने का उद्देश्य यह है कि शासकीय अधिकारी, कर्मचारी के वार्षिक कार्य करने की क्षमता, कार्य व नियमों का ज्ञान तथा कार्य करने के तरीके, उसके व्यवहार का वार्षिक मूल्यांकन किया जा सके। किसी भी शासकीय अधिकारी, कर्मचारी के कैरियर का यह महत्वपूर्ण अभिलेख है तथा इसी के आधार पर उसके आगे की सेवी अवधि कैसी होगी, यह तय होता है। इसलिए वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन अत्यंत सावधानीपूर्वक बिना किसी पूर्वाग्रह के लिखा जाना चाहिए।
राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि मानव संसाधन प्रबंधन को डिजिटल रूप से सुदृढ़ करने के लिए राज्य के सभी शासकीय सेवकों के वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु एनआईसी. द्वारा विकसित स्पारोआव का उपयोग किया जावेगा। राज्य के समस्त अधिकारी, कर्मचारियों (अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को छोड़कर) के वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन प्रतिवेदन लिखे जाने के सम्बंध में पूर्व में प्रचलित प्रणाली, प्रपत्र के स्थान पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा नवीन प्रपत्र एक प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी एवं कार्यपालिक तृतीय श्रेणी अधिकारियों के लिए प्रपत्र-दो तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के लिए प्रपत्र-तीन शीघ्रलेखक संवर्ग के कर्मचारियों के लिए एवं प्रपत्र-चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए निर्धारित किया गया है, जो कि अंकीय ग्रेड पर आधारि होगा।