DURG BREAKING: मानसून से पहले शहर में महा-सफाई युद्ध स्तर पर, आयुक्त ने एमआईसी सदस्यों संग किया निरीक्षण
–मानसून के पहले शहर के नाले-नालियों मे महा- सफाई अभियान, आयुक्त ने किया एमआईसी सदस्यों के साथ निरीक्षण, दिए निर्देश
–मानसून के पहले शहर में निरन्तर नाले-नालियां हो रहें है साफ:आयुक्त
दुर्ग/ 12 मई/नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत 1 मई से लेकर 8 जून तक महापौर महा-सफाई अभियान के तहत बारिश शुरू होने के पहले महापौर श्रीमती अलका बाघमार के मार्गदर्शन में आज वार्ड नंबर 42 में आयुक्त सुमित अग्रवाल ने एमआईसी देव नारायण चन्द्राकर,नरेंद्र बंजारे,ज्ञानेश्वर ताम्रकर,स्थानीय प्रकाश गीते सहित संबंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
आयुक्त ने सोमवार को कसारिडीह पंचमुखी मंदिर में नाले-नालियों की वृहद रुप से साफ-सफाई महापौर महा सफाई अभियान के तहत वार्ड क्रमांक 42 कसारिडीह,आजाद चौक,राव कालेज, बेर पारा सुभाष नगर शिव मंदिर सहित चौराहे का निरीक्षण कर नगर निगम के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि मानसून के पहले शहर क्षेत्र के 60 वार्डो गली/मोहल्लों में जलभराव की स्थिति निर्मित ना हो इसके लिए वृहद रूप से महा-सफाई अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत शहर के समस्त नाले-नालियों की सफाई सुनिश्चित होगी।
आयुक्त ने एमआईसी सदस्य व पार्षद के मौजूदगी में कहा कि नाली सफाई के दौरान दिक्कत कर रही पुराने ओर बंद हो चुके नल कनेक्शन को हटवाए साथ ही पाइप लाइन लीकेज को सुधारने की बात कही।
महापौर श्रीमती बाघमार और आयुक्त श्री अग्रवाल ने नाला और गली/मोहल्ले के नालियों मे लोग कचरा ना डाले इसके लिए अपील की है।
निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य देव नारायण चन्द्राकर, नरेंद्र बंजारे,ज्ञानेश्वर ताम्रकर,स्थानीय प्रकाश गीते, सहायक स्वच्छता अधिकारी पंकज चंद्रवंशी, कर्मशाला अधिकारी शोएब अहमद,गौतम साहू,सुरेश भारती, रामलाल भट्ट सहित सुपर वाइजर उपस्थित रहे।
-मानसून के पहले शहर के निरन्तर नाले-नालियां हो रहें है साफ:
आयुक्त ने बताया कि शहर के समस्त नाले नालियों की वृहद रुप से सफाई अभियान शुरुआत की गई है लगातार शहर क्षेत्र में अभियान चलाकर प्रतिदिन युद्ध स्तर पर महापौर महा- सफाई किया जा रहा है।
आयुक्त ने कहा कि हर वर्ष मानसून पूर्व नगर निगम यह सफाई अभियान करता है, परंतु इस वर्ष निर्देशित किया है कि इस कार्य की शुरुआत पहले से ही कर दी गई है।ताकि समय पर सफाई कार्य पूर्ण हो सके। जिससे भविष्य में जलभराव की स्थिति निर्मित ना हो सके।